दोस्तों, आज की पोस्ट में हम बात करेंगे अगर आपको अपने घर के लिए जो टिक या फिर सांगवान का जो है दरवाजा लगवाना है| तो दोस्तों जो है कितने रुपए स्क्वायर फिट के हिसाब से अगर आप जो है विद मेटल जो है, बनवाती है तो कितने रुपए स्क्वेयर फिट के हिसाब से बनेगा ? अगर आप जो है लकड़ी जो है, आरा मशीन से लेके आते है, ठीक है और किसी कारपेंटर से जो है मजदूरी में बनवाते हैं तो वो जो है आपका कितने रुपए स्क्वायर फ़ीट की दोनों ही जो है रेट में आपको बताने वाला हूँ | अगर आप जो है मतलब की अपने दरवाजे पर जो है भी कराते है तो उसका क्या रेट होने वाला है |
सबसे पहले दोस्तों हम बात करते हैं लेबर रेट पर अगर आप जो है आरा मशीन से जो है सागवान की लकड़ी आप लेके आते है | ठीक है तो दोस्तों आपका जो है लेबर रेट पे आपका दरवाजा बनाने का क्या चार्ज करेगा कारपेंटर तो सबसे पहले हम उसकी बात करते हैं और पर उससे भी पहले तो उसको आपको मैं एक छोटी सी चीज़ आपको जरूर बताना चाहूंगा की अगर आप जो है आरा मशीन से जो है आपको जो है लकड़ी लेकर आते हैं, चाहे आपकी हैं या फिर आप की है दोनों ही जो लकड़ी दोस्तों इंडिया की जो है, टॉप लकड़ियों में रखती है और काफी जो है कोस्टली इनका जो फर्निचर दोस्त तो काफी कॉस्ट्ली बनता है |
दोस्तों एक चीज़ का आपको ध्यान रखना है जब भी आप आरा मशीन से जो है आप की लकड़ी लेकर आए का स्लीपर लेकर आए या फिर जो सागौन का स्लीपर लेके आए | तो दोस्तों वो जो लकड़ी होती है उसमें क्या है कि मॉइस्चर होता है और जब भी आप अपने घर पे लेके आयेंगे तो आते ही है आपने जो उसका जो फर्निचर आपने नहीं बनवाना है | उसको एटलिस्ट जो है कुछ टाइम के लिए आपको जो है दस से पंद्रह दिन का आपको टाइम देना है ताकि उसके अंदर जो नमी होती है | वो जो है सूख जाए | उसके बाद ही दोस्तों आपको जो है उसके मतलब उसका जो है फर्नीचर बनवाना है | नहीं तो दोस्तों होगा क्या कि अगर आप जो है नमी वाली लकड़ी का चाहे आप या सांगवान जो है वो अगर उसमें होगा अगर आप उसको जो दरवाजे बनवा देते हैं, चौखट बनवा देते हैं या फिर कोई जो है और कोई फर्निचर अगर आपको टेबल बनवानी है या फिर जो भी आपको जो भी बनवाना है | जिसके लिए आप लेकर आते हैं तो दोस्तों वो होगा क्या है की उसमें जो है बैंड आ जायेगा | वो जो थोड़ा बहुत टेडा मेडा हो जायेगा| इसलिए उतना दोस्तों क्योंकि उस जब आप लकड़ी लेकर आते हैं वहाँ पे तो उस लकड़ी में जो मुश्किल होता है और लकड़ी का जो मॉइस्चर सूखता है तो वो थोड़ी क्या है कि वो सुकृति है, ठीक है तो वो आपको जो भी फर्नीचर बनवाना है चाहे आपका विंडो बनवानी है, आपको या फिर आपको डोर फ्रेम बनवाना है या फिर आपको दरवाजा बनाना है आपको जो भी बनवाना है तो लकड़ी जब आपकी जो है हैं सांगवान है जो भी है वो प्रॉपर तरीके से सूख जाए तब भी जो आपको जो उसका उसपे जो है आपका काम करवाना है | तो दोस्तों अब बात करते हैं अगर आप जो है लेबर रेट पे जो है दरवाजा बनवाते हैं तो दोस्तों आपका जो लेबर रेट पे जो अगर आप कारपेंटर को जो है देते हैं तो लेबर रेट पे दोस्तों क्या कारपेंटर जो चार्ज करता है अभी की मैं बात कर रहा हूँ तो एक सौ पच्चीस रुपए जो है स्क्वेर फुट के हिसाब से जो है चार्ज करता है ठीक है एक सौ पच्चीस रुपए स्क्वेयर फुट और ये जो रेट है दोस्तों ये मैंने आपको जो है सिंपल, जो आपका दरवाजा होता है |
ठीक है जिसमें कोई कार्विंग, कोई जो हाई फाई डिजाइन नहीं होता, उसका मैंने रेट बताया अगर आपका जो है अगर आप जो है कार्विंग वगैरह कराते है तो उसके जो रेट है ऐडिशनल हो जाएगी वो रेट थोड़ा ऐड हो जायेगा| उसमें ठीक है ये मेरी सिंपल रेट बताया है |
और अगर आप दोस्तों विद मटेरियल अगर आप लेते है दोस्तों ठीक है तो उसका जो अभी जो रेट चल रहा है दोस्तों वो चल रहा है आपका साढ़े पांच सौ रुपए स्क्वायर फ़ीट ठीक है साढ़े पांच सौ रुपये स्क्वायर फ़ीट आपका
का दरवाजा है |
ठीक है और दोस्तों अगर आप जो है मतलब की कोई कार्विंग वगैरह करवातें हैं जैसे अभी आप ये दरवाजा देख रहे हैं तो इस पर गणेश जी की जो है आर्ट जो है मतलब की कारीगरी की गई है ठीक है तो इसका जो रेट दोस्तों आपको जो है ये आपको जो है हज़ार रुपए स्क्वायर फिट तक भी इसका जो है रेट आपका चला जायेगा ठीक है वो आपके डिजाइन के ऊपर डिपेंड करता है की आपका जो डिजाइन वो कैसा है|
ठीक है तो आप उसके हिसाब से आपका जो भी दरवाजा हैं, आपका मान लो सात तीन हैं, सात चार है या जो भी आपका साइज है | तो आप आपको सिंपल सिंपल अगर आप में बनाते दोस्त हो तो आपका साढ़े पांच सौ रुपए स्क्वायर फ़ीट की, आप लेके चलिए और उसमें आप जो है कारीगरी और आप जैसे इसमें कार्विंग वगैरह अगर आप करवातें हो | तो दोस्तों फिर आपको जो है हज़ार रुपए आपको जो लेके चलना पड़ेगा |
थोड़ा बहुत क्या है वेरिएशन आ जाता है, जो है लगभग में ही होता है | सांगवान दोस्तों क्या आपका मतलब की सबसे महंगी लकड़ी में आता है जब हम इसपे हम पॉलिसी करते हैं तो पॉल इससे दोस्तों की आपका हुआ या फिर आपका जो हुआ तो इस लकड़ी की जो लाइफ, दोस्तों और भी जो है बढ़ जाती है ठीक है | और टर्माइट के उसके नजरिये से अगर आप देखेंगे तो टर्माइट दोस्तों आपका क्या है की जो होती है आपकी उसी वुड पे जो है वो ज्यादा अटैक करती है|
ठीक है तो जो लकड़ी जो है मतलब की जो लकड़ियां होती है, ठीक है टर्माइट उसी में लगती है और जो है आपका हुआ है या फिर आपका जो है हुआ इसकी जो है ये काफी मजबूत कठोर लकड़ी होती है तो इसलिए जो है इसपे जो है टर्माइट नहीं लगती है | ठीक है तो ये चीज़ भी आपको जो इसका बेनिफिट है टर्माइट्स अगर आप सोचते हैं तो टर्माइट वगैरह का इसपे जो आपको कोई भी जो है, दिक्कत नहीं आने वाली है | अगर आप जो घर का दरवाजा या फिर जो सांगवान का दरवाजा या और भी कोई जो फर्निचर अगर आप बनवाते हो सागवान की लकड़ी से तो दोस्त दोनों ही फर्नीचर की जो लाइफ है दोस्तों वो काफी ज्यादा होती है| ठीक है बहुत ज्यादा ड्यूरेबल होती है तो ये अगर आप जो लॉन्ग लाइफ के लिए अगर आप फर्निचर चाहते हैं तो मैं स्पेशल रिक्वेस्ट करूँगा सागवान बहुत अपनी जगह पे बेस्ट है |