वास्तु शास्त्र
भवन में कुछ नकारात्मक ऊर्जा का निवास हो सकता है अगर आपके रसोईघर में दक्षिण दिशा में खिड़की है तो आपको नकारात्मक ऊर्जा का सामना करना पड़ सकता है दक्षिण दिशा से आने वाली हवा रसोई मे बुरा प्रभाव पड़ता है अगर आपके भी दक्षिण दिशा में खिड़की होतो उसे तुरंत बंद करदे और खाना बनाते समय आपका मुँह पूर्व दिशा में रहना चाहिए इस से सात्विक भोजन बनेगा रसोईघर में तवा उल्टा नहीं रखें कड़ाई भी कभी उल्टी नहीं रखें इस से आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास हो ता है अपने मकान में हमेशा पूर्व दिशा मे खिड़की जरूर रखें जिससे सुबह की धुप आपके घर के कक्ष में जरूर आये इससे आपके घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है और अगर वैज्ञानिक दृष्टि से देखे तो धुप से कीटाणु नष्ट होते है रात में कभी कभी झाड़ू नहीं निकालना चाहिए अगर निकालना जरुरी होतो एक कोने में इकट्ठा करना चाहिए सुबह उठालेना चाहिए दिनभर भी कोने में कचरा नहीं पड़ा रखना चाहिए घर का मुख्य दरवाजा हमेशा खुला रहना चाहिए या फिर जाली वाला दरवाजा होतो बंद भी रख सकते हो वास्तु शास्त्र के अनुसार आपके मुख्य दरवाजा के सामने किसी प्रकार का अवरोध नहीं होना चाहिए दरवाजा के सामने कोई बड़ा पेड़ या खम्बा आपके लिये मुसीबत वाला हो सकता है उत्तर दिशा में आप मंदिर रख सकते है मंदिर में आप किसी भी भगवान का फोटो तस्वीर की पूजा आरती कर सकते है मूर्ति की स्थापना हो सके तो नहीं करें अगर आपको मूर्ति रखना बहुत जरुरी हो तो 8"इंच की मूर्ति ही रखें इस से बड़ी मूर्ति वर्जित है घर में बनाये हुए मंदिर पर गुमब्ज नहीं होना चाहिए वास्तु शास्त्रमें वर्जित है अच्छा पूजा घर मे विशेष ध्यान रखें अगर आप बैठ कर पूजा करते है तो आपको भगवान की तस्वीर में आपकी और भगवान की आँखे बराबर होनी चाहिए और अगर आप खड़े खड़े पूजा करते है तब भी आपके आँखे बराबर ऊचाई में होनी चाहिए